Majhi Ladki Bahin Yojana 3rd Installment Out : महाराष्ट्र सरकार ने माझी लाड़की बहिन योजना (मेरी बेटी, मेरी बहन योजना) की तीसरी किस्त जारी करने की तारीख की घोषणा कर दी है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा 28 जून, 2024 को शुरू की गई इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य वित्तीय सहायता के माध्यम से राज्य भर की महिलाओं को सशक्त बनाना है।
पात्रता और लाभ
इस योजना का लक्ष्य 21 से 65 वर्ष की विवाहित, विधवा, तलाकशुदा, परित्यक्त और निराश्रित महिलाओं को बनाया गया है। पात्र लाभार्थियों को प्रति माह 1,500 रुपये मिलते हैं, जिससे वित्तीय स्वतंत्रता को बढ़ावा मिलता है और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है। पात्र होने के लिए, आवेदक महाराष्ट्र का निवासी होना चाहिए, जिसकी वार्षिक पारिवारिक आय 2.5 लाख रुपये से कम हो और वह आयकर दाता न हो।
तीसरी किस्त का विवरण
सरकार ने घोषणा की है कि तीसरी किस्त 1,500 से 4,500 रुपये तक होगी, जो लाभार्थी की आवेदन तिथि और प्राप्त पिछले भुगतानों पर निर्भर करेगी। जिन महिलाओं ने जुलाई या अगस्त 2024 में आवेदन किया था, लेकिन उन्हें अभी तक कोई भुगतान नहीं मिला है, उन्हें एक बार में तीन महीने के लिए 4,500 रुपये मिलेंगे। जिन महिलाओं को पिछली किस्तों में 3,000 रुपये पहले ही मिल चुके हैं, उन्हें 1,500 रुपये मिलेंगे।
आवेदन प्रक्रिया एवं अंतिम तिथि
आवेदन की अंतिम तिथि 30 सितंबर तक बढ़ा दी गई है, ताकि अधिक से अधिक महिलाएं इस योजना का लाभ उठा सकें। आवेदक आंगनवाड़ी केंद्रों, सीएससी केंद्रों, एपल सरकार सेतु सुविधाओं या ग्राम पंचायतों के माध्यम से ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र, बैंक पासबुक और निवास प्रमाण पत्र शामिल हैं।
भुगतान स्थिति और लाभार्थी सूची की जाँच करना
लाभार्थी अपने मोबाइल नंबर या पंजीकरण संख्या के साथ लॉग इन करके आधिकारिक वेबसाइट testmmmlby.mahaitgov.in पर अपने भुगतान की स्थिति की जांच कर सकते हैं। लाभार्थी सूची भी उसी वेबसाइट या स्थानीय नगरपालिका वेबसाइटों पर उपलब्ध है। सुचारू निधि हस्तांतरण सुनिश्चित करने के लिए, महिलाओं को अपने आधार कार्ड को अपने बैंक खातों से जोड़ना होगा और डीबीटी सक्षम करना होगा।
महाराष्ट्र सरकार की यह प्रगतिशील योजना महिला सशक्तिकरण और वित्तीय स्वतंत्रता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। प्रत्यक्ष मौद्रिक सहायता प्रदान करके, इसका उद्देश्य पूरे राज्य में महिलाओं की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना है, जिससे समग्र सामाजिक विकास में योगदान मिलता है।