Gold Rates today : 10 अक्टूबर, 2024 तक, भारत में सोने की कीमतों में लगातार तीसरे दिन मामूली गिरावट देखी गई है। यह प्रवृत्ति कुछ शहरों में 24-कैरेट और 22-कैरेट सोने दोनों के लिए विशेष रूप से ध्यान देने योग्य है। हालांकि पिछले दिन की तुलना में बदलाव बहुत ज़्यादा नहीं हैं, लेकिन कल की बंद कीमतों से नीचे की ओर एक स्पष्ट बदलाव देखने को मिल रहा है।
प्रमुख भारतीय शहरों में वर्तमान सोने की दरें
भारत के विभिन्न शहरों में कीमतों में उतार-चढ़ाव अलग-अलग है:
- मुंबई और कोलकाता: 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग ₹70,990 प्रति 10 ग्राम है, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत ₹77,440 है।
- दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ और जयपुर: 24 कैरेट सोना 77,590 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है।
9 अक्टूबर 2024 तक प्रमुख भारतीय शहरों में सोने की कीमतों का विवरण इस प्रकार है:
शहर | 22 कैरेट सोना (प्रति 10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (प्रति 10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹71,140 | ₹77,590 |
मुंबई | ₹70,990 | ₹77,440 |
अहमदाबाद | ₹71,040 | ₹77,490 |
चेन्नई | ₹70,990 | ₹77,440 |
कोलकाता | ₹70,990 | ₹77,440 |
बेंगलुरु | ₹70,990 | ₹77,440 |
जयपुर | ₹71,140 | ₹77,590 |
चांदी की कीमतों में भी गिरावट
चांदी की कीमतों में भी गिरावट आई है। मौजूदा दर ₹95,900 प्रति किलोग्राम है, जो पिछले दिन से ₹1,000 कम है। त्योहारी सीजन के आने के बावजूद, जिसमें आमतौर पर सोने की मांग बढ़ती है, यह गिरावट निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिवाली तक चांदी की कीमतें ₹100,000 प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं।
मूल्य गिरावट को प्रभावित करने वाले कारक
सोने की कीमतों में गिरावट के कई कारण हो सकते हैं:
- वैश्विक बाजार रुझान: अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में मंदी की भावना ने घरेलू कीमतों को प्रभावित किया है।
- स्टॉकिस्टों द्वारा ताजा बिकवाली: इससे कीमतों को रिकॉर्ड ऊंचाई से नीचे लाने में मदद मिली है।
- लाभ बुकिंग: कीमतों में हाल की उछाल के बाद, कुछ निवेशक अपने लाभ को भुनाने में लगे हैं।
मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड ऊंचाई से गिरावट आई। कारोबार के दौरान सोने की कीमत 400 रुपये गिरकर 78,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, सोमवार को सोना 78,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर बंद हुआ था।
यह ध्यान देने योग्य है कि त्यौहारी सीज़न के नज़दीक होने के बावजूद, जो आमतौर पर सोने की मांग को बढ़ाता है, कीमतों में गिरावट का रुख दिख रहा है। यह स्थिति निवेशकों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए एक दिलचस्प अवसर प्रस्तुत करती है। हमेशा की तरह, कीमती धातुओं में महत्वपूर्ण निवेश निर्णय लेने से पहले बाजार के रुझानों पर कड़ी नज़र रखना और वित्तीय विशेषज्ञों से परामर्श करना उचित है।