FREE Krushi Pump Yojana 2024 : महाराष्ट्र सरकार ने किसानों को टिकाऊ और विश्वसनीय सिंचाई समाधान प्रदान करने के लिए मैगेल त्याला सौर कृषि पंप योजना नामक एक अभिनव पहल शुरू की है। जनवरी 2019 में शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य कृषि उपयोग के लिए सौर ऊर्जा से चलने वाले पंपों की आपूर्ति करके 140,000 किसानों को लाभ पहुँचाना है। यह कार्यक्रम न केवल कृषि में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देता है बल्कि पारंपरिक बिजली स्रोतों पर निर्भरता को भी कम करता है।
उद्देश्य और लाभ
मैगेल टायला सौर कृषि पंप योजना का प्राथमिक लक्ष्य सिंचाई के लिए सौर ऊर्जा के उपयोग को प्रोत्साहित करना है, जबकि पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों पर निर्भरता कम करना है। सौर ऊर्जा से चलने वाले पंप उपलब्ध कराकर, इस योजना का उद्देश्य किसानों के लिए बिजली की लागत को कम करना है, जिससे बिजली बिल और लोड शेडिंग की चिंता दूर होगी। सिंचाई के लिए दिन में बिजली की उपलब्धता से फसल की पैदावार और कृषि दक्षता में सुधार होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में सौर प्रौद्योगिकी को अपनाने को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है।
पात्रता और सब्सिडी संरचना
यह योजना उन किसानों की सहायता के लिए बनाई गई है जिनके पास स्थायी जल स्रोतों तक पहुँच है, लेकिन पारंपरिक पंपों का उपयोग करके सिंचाई के लिए बिजली की कमी है। पात्रता व्यक्तिगत या सामुदायिक खेत मालिकों, कुओं और बोरवेल मालिकों और बारहमासी नदियों या नालों के पास की ज़मीन वाले किसानों तक फैली हुई है। सरकार किसानों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सौर पंप प्रणाली को किफ़ायती बनाने के लिए पर्याप्त सब्सिडी प्रदान करती है। सामान्य श्रेणी के किसानों को कुल लागत का केवल 10% भुगतान करना होता है, जबकि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसान केवल 5% का योगदान करते हैं। शेष खर्च केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा वहन किया जाता है।
आवेदन प्रक्रिया एवं विशेषताएं
किसान आधिकारिक वेबसाइट www.mahadiscom.in के माध्यम से मैगेल त्याला सौर कृषि पंप योजना के लिए आसानी से आवेदन कर सकते हैं । आवेदन प्रक्रिया में जाति प्रमाण पत्र, भूमि स्वामित्व के कागजात और पहचान प्रमाण जैसे आवश्यक दस्तावेज जमा करना शामिल है। यह योजना भूमि क्षेत्र के आधार पर 3 एचपी से लेकर 7.5 एचपी तक की क्षमता वाले सौर पंप प्रदान करती है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस कार्यक्रम में पांच साल की रखरखाव वारंटी और बीमा शामिल है, जो किसानों को मानसिक शांति और स्थिरता प्रदान करता है। इस योजना को लागू करके, महाराष्ट्र सरकार का लक्ष्य कृषि क्षेत्र में क्रांति लाना है, जिससे राज्य में किसानों के लिए हरियाली और अधिक समृद्ध भविष्य का मार्ग प्रशस्त होगा।