Free Gas for New Connections : राजस्थान सरकार ने अपने नागरिकों, खास तौर पर समाज के वंचित वर्गों के लोगों के लिए स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन को अधिक सुलभ और किफ़ायती बनाने के लिए अभिनव योजनाएँ शुरू की हैं। इन पहलों का उद्देश्य पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों के उपयोग को बढ़ावा देना है और साथ ही घरों पर वित्तीय बोझ को कम करना है।
वंचितों के लिए सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर
एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, राज्य सरकार अब वंचित पृष्ठभूमि के परिवारों को 450 रुपये की भारी सब्सिडी दर पर एलपीजी सिलेंडर उपलब्ध करा रही है। यह योजना केंद्र सरकार की उज्ज्वला योजना पर आधारित है, जिसमें मौजूदा 6,000 रुपये की सब्सिडी के अलावा 150 रुपये की अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है।
पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) कनेक्शन को बढ़ावा देना
स्वच्छ ऊर्जा को अपनाने को और अधिक प्रोत्साहित करने के लिए, राजस्थान ने पाइपलाइनों के माध्यम से घरेलू गैस कनेक्शन के लिए एक प्रोत्साहन योजना शुरू की है। राज्य सरकार के संयुक्त उद्यम राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड (RSGL) के सहयोग से शुरू की गई इस पहल से कई लाभ मिलते हैं:
- नए कनेक्शन के लिए मुफ्त गैस: कोटा शहर में 20 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच घरेलू पाइप्ड प्राकृतिक गैस (डीपीएनजी) कनेक्शन लेने वाले पहले 1,000 उपभोक्ताओं को लगभग एक महीने की गैस मुफ्त मिलेगी।
- पर्यावरणीय लाभ: पाइपलाइनों के माध्यम से पीएनजी वितरण न केवल लागत प्रभावी और सुरक्षित है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है, जो हरित ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देता है।
- सुविधा: उपयोगकर्ताओं को अब नियमित रूप से एलपीजी सिलेंडर बुक करने और बदलने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे इस प्रणाली की सुविधा बढ़ जाएगी।
कार्यान्वयन और बुनियादी ढांचा
आरएसजीएल वर्तमान में शहरी क्षेत्रों में पीएनजी सेवाओं के लिए बुनियादी ढांचे का विकास कर रहा है। इसमें घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक उपभोक्ताओं के लिए प्रावधान शामिल हैं। नए डीपीएनजी कनेक्शन धारकों को तीन बिलिंग चक्रों के लिए 3.3 मानक क्यूबिक मीटर गैस मुफ्त मिलेगी।
आवेदन कैसे करें
कोटा के इच्छुक निवासी नए डीपीएनजी कनेक्शन के लिए आवेदन करने तथा इस योजना का लाभ लेने के लिए आरएसजीएल कोटा कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।
दीर्घकालिक प्रभाव
राजस्थान सरकार की इन पहलों से पर्यावरण और घरेलू अर्थव्यवस्था दोनों पर महत्वपूर्ण सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। स्वच्छ खाना पकाने के ईंधन को अधिक सुलभ और किफायती बनाकर, राज्य वायु प्रदूषण को कम करने और अपने नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।
पाइप्ड नेचुरल गैस को बढ़ावा देना स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों में बदलाव और आयातित ईंधन पर निर्भरता कम करने के व्यापक राष्ट्रीय लक्ष्यों के साथ भी संरेखित है। जैसे-जैसे ज़्यादा से ज़्यादा घर पीएनजी का इस्तेमाल करने लगेंगे, इससे एलपीजी सिलेंडर की मांग में कमी आ सकती है, जिससे लंबे समय में सरकार पर सब्सिडी का बोझ कम हो सकता है।
राजस्थान के निवासियों के लिए, ये योजनाएँ स्वच्छ, अधिक सुविधाजनक और संभावित रूप से अधिक किफायती खाना पकाने के ईंधन विकल्पों को अपनाने का एक शानदार अवसर प्रस्तुत करती हैं। पात्र लोगों को इन पहलों का लाभ उठाने और एक हरित, अधिक टिकाऊ भविष्य में योगदान देने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।