- LPG Gas Connection 2024 : एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया पूरी करना अनिवार्य हो गया है। यह आवश्यकता विशेष रूप से उन लोगों पर लागू होती है जिन्होंने 2019 से पहले अपना कनेक्शन प्राप्त किया है।
एजेंसी स्टाफ द्वारा गृह निरीक्षण
एजेंसी के कर्मचारी घरों में चूल्हे और पाइपों की जांच करेंगे। गौरतलब है कि 31 दिसंबर तक केवाईसी पूरा न होने पर उपभोक्ताओं के गैस कनेक्शन खत्म किए जा सकते हैं। पेट्रोलियम कंपनियों ने घरेलू गैस कनेक्शन के संबंध में अपने वास्तविक उपभोक्ताओं की पहचान करने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।
ग्राहकों के बीच जागरूकता बढ़ाना
वितरक एजेंसियों को उपभोक्ताओं की सुरक्षा के मद्देनजर घरों की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। ये एजेंसियां ग्राहकों में जागरूकता लाने का काम भी कर रही हैं। जिले में इंडेन, भारत गैस और एचपी गैस के करीब 4.5 लाख उपभोक्ता हैं।
घरेलू एलपीजी सिलेंडर की वर्तमान कीमत
अभी तक घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत ₹903 है । भारत सरकार ₹48 की सब्सिडी देती है , और उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को ₹300 की सब्सिडी मिलती है । इसका मतलब है कि एक नियमित सिलेंडर की प्रभावी कीमत ₹855 है , और उज्ज्वला लाभार्थियों के लिए यह ₹550 है । हालांकि, लंबे समय से उपभोक्ताओं के बीच सर्वेक्षण की कमी के कारण सब्सिडी वितरण को लेकर समस्याएं रही हैं।
केवाईसी अभियान और उपभोक्ता निरीक्षण
इन मुद्दों के समाधान के लिए सरकार ने पेट्रोलियम कंपनियों को ग्राहकों के लिए ई-केवाईसी कराने हेतु अभियान चलाने का निर्देश दिया है, जिसकी अंतिम तिथि 31 दिसंबर है ।
सुरक्षा के लिए उपभोक्ता निरीक्षण:
घरेलू गैस कनेक्शन धारकों और उनके सिलेंडरों के लिए अपने स्टोव और सिलेंडरों की सुरक्षा जांच करवाना अनिवार्य है। गैस एजेंसियां उपभोक्ताओं के घर जाकर ये जांच करेंगी। अगर जरूरत पड़ी तो पाइप और दूसरे पुर्जे बदले जाएंगे। केवाईसी प्रक्रिया के साथ-साथ ये जांच भी की जा रही है। पटावल में राज गैस सर्विस के प्रदाता राज नारायण ने बताया कि इन सुरक्षा उपायों के बारे में ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है।
निष्कर्ष
उपभोक्ताओं से आग्रह है कि वे केवाईसी प्रक्रिया पूरी करें और अपने एलपीजी कनेक्शन की सुरक्षा सुनिश्चित करें। एजेंसी के कर्मचारियों द्वारा किए जाने वाले निरीक्षण का उद्देश्य सुरक्षा को बढ़ाना और गैस उपभोक्ताओं की उचित पहचान सुनिश्चित करना है।