Gold Prices Today : 8 अक्टूबर, 2024 को भारतीय सोने के बाजार में लगातार दूसरे दिन कीमतों में गिरावट देखी गई, जिसमें 24 और 22 कैरेट सोने की कीमतों में ₹300 तक की गिरावट आई। मुंबई और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों में, 22 कैरेट सोना ₹70,000 प्रति 10 ग्राम के आसपास स्थिर हो गया है, जो बाजार में उल्लेखनीय बदलाव को दर्शाता है।
क्षेत्रीय मूल्य भिन्नताएँ
विभिन्न भारतीय शहरों में सोने की कीमतों में दिलचस्प भिन्नताएं दिखती हैं:
- दिल्ली और आसपास के इलाके: 24 कैरेट सोने की कीमत ₹77,590 प्रति 10 ग्राम
- नोएडा और गाजियाबाद: 22 कैरेट सोने का भाव 71,140 रुपये प्रति 10 ग्राम पर
- मुंबई और कोलकाता: 24 कैरेट ₹77,440, 22 कैरेट ₹70,990 प्रति 10 ग्राम
लखनऊ और जयपुर जैसे शहरों में दिल्ली के समान ही कीमतें बनी हुई हैं, जबकि चेन्नई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे दक्षिणी महानगरीय क्षेत्रों में 22 कैरेट सोने की दरें 70,990 रुपये प्रति 10 ग्राम पर स्थिर हैं।
चांदी बाजार का प्रदर्शन
चांदी का बाजार ₹96,900 प्रति किलोग्राम पर स्थिर बना हुआ है, विशेषज्ञों ने मामूली उतार-चढ़ाव और एक सुसंगत दायरे में कारोबार को देखा है। पिछले सप्ताह की तुलना में मामूली गिरावट देखी गई है।
बाजार विश्लेषण और निवेशक अंतर्दृष्टि
त्योहारी सीजन में सोने की मांग बढ़ने के बावजूद, मौजूदा कीमत में कमी काफी महत्वपूर्ण है। बाजार विशेषज्ञों का सुझाव है कि यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार की गतिविधियों से प्रभावित है। पिछले कारोबारी दिन सोने की कीमतें रिकॉर्ड ₹78,700 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई थीं, जो ज्वैलर्स की लगातार मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजार की मजबूती के कारण संभव हुआ।
निवेशकों के लिए सिफारिशें
संभावित निवेशकों के लिए, वर्तमान बाजार परिदृश्य सावधानीपूर्वक विचार की मांग करता है:
- दीर्घकालिक निवेश रणनीतियों पर ध्यान केंद्रित करें
- बाजार की गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखें
- मूल्य में उतार-चढ़ाव के दौरान सतर्क रहें
- बाजार स्थिरीकरण की संभावना पर विचार करें
कीमतों में जारी नरमी बाजार में स्थिरता का संकेत हो सकती है। निवेशकों और खरीदारों को सलाह दी जाती है कि वे बाजार की गतिशीलता पर कड़ी नज़र रखते हुए सोच-समझकर निर्णय लें।
चाबी छीनना
- सोने की कीमतों में लगातार दो दिन की गिरावट देखी गई
- विभिन्न भारतीय शहरों में क्षेत्रीय विविधताएं मौजूद हैं
- चांदी का बाजार अपेक्षाकृत स्थिर बना हुआ है
- त्यौहारी सीजन की मांग ने कीमतों में सुधार को नहीं रोका
- सावधानीपूर्वक निवेश रणनीतियों की सिफारिश की जाती है