Majhi Ladki Bahin Yojana 2024 : महाराष्ट्र के वित्त मंत्री अजीत पवार ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए माझी लड़की बहन योजना शुरू करने की घोषणा की है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में वंचित महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना और महिला कॉलेज छात्राओं का समर्थन करना है।
मासिक वित्तीय सहायता और अतिरिक्त लाभ
इस पहल के तहत, महाराष्ट्र सरकार आर्थिक रूप से कमज़ोर वर्गों की महिलाओं को ₹1,500 की मासिक वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। मौद्रिक सहायता के अलावा, लाभार्थियों को सालाना तीन मुफ़्त एलपीजी सिलेंडर मिलेंगे। यह दोहरा दृष्टिकोण तत्काल वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करता है और कम आय वाले परिवारों के बीच स्वस्थ खाना पकाने के तरीकों को बढ़ावा देता है।
पात्रता मानदंड और आवेदन प्रक्रिया
माझी लड़की बहिन योजना के लिए पात्र होने के लिए महिलाओं को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा:
- महाराष्ट्र के स्थायी निवासी बनें
- आयु 21 से 60 वर्ष के बीच
- वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से कम
- परिवार का कोई भी सदस्य सरकारी कर्मचारी या आयकरदाता नहीं होना चाहिए
पात्र महिलाएँ आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से इस योजना के लिए आवेदन कर सकती हैं। आवेदन प्रक्रिया में खाता बनाना, ऑनलाइन फ़ॉर्म भरना और आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और बैंक पासबुक विवरण जैसे आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करना शामिल है।
लड़कियों की उच्च शिक्षा को समर्थन
इस योजना का उद्देश्य वंचित पृष्ठभूमि की लड़कियों के बीच उच्च शिक्षा को बढ़ावा देना भी है। सरकार की योजना कॉलेज की शिक्षा प्राप्त करने वाली OBC और EWS श्रेणियों की लगभग 2 लाख गरीब छात्राओं को फीस में छूट प्रदान करना है। इस पहल का उद्देश्य लड़कियों को अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करना और उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय बाधाओं को कम करना है।
बजट आवंटन और प्रभाव
महाराष्ट्र सरकार ने माझी लड़की बहन योजना के लिए ₹46,000 करोड़ का पर्याप्त बजट आवंटित किया है। यह महत्वपूर्ण निवेश महिला सशक्तिकरण और गरीबी उन्मूलन के लिए राज्य की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता और शैक्षिक अवसर प्रदान करके, इस योजना का उद्देश्य अपने परिवारों और समुदायों के भीतर महिलाओं की निर्णय लेने की शक्ति को बढ़ाना है।
‘माझी लड़की बहिन योजना’ के लागू होने से उम्मीद है कि इसका महाराष्ट्र भर में वंचित महिलाओं और लड़कियों के जीवन पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा, जिससे आर्थिक स्वतंत्रता और सामाजिक सशक्तीकरण को बढ़ावा मिलेगा।